Best 250+ Waqt Shayari in Hindi | वक्त पर शायरी 2 लाइन- 2024
Top Waqt Shayari – वक़्त शायरी 2 लाइन
Waqt shayari in Hindi: दोस्तों, जैसा कि आप जानते हैं, वक्त Shayari एक ऐसी विधा है जो काव्यात्मक अभिव्यक्तियों के माध्यम से समय के सार को खूबसूरती से पकड़ती है। यह क्षणों की क्षणभंगुर प्रकृति, यादों की सुंदरता और अनुभवों से प्राप्त ज्ञान पर आधारित है।
शायरी का यह रूप अक्सर जीवन के विभिन्न चरणों को दर्शाता है, समय बीतने और मानवीय भावनाओं पर इसके प्रभाव का जश्न मनाता है। यहाँ आपको निम्नलिखित वक़्त शायरी मिलेंगी:
- वक्त पर शायरी 2 लाइन
- दो लाइन शायरी वक्त Love
- मुश्किल वक्त है कट जाएगा Shayari
- ये वक्त भी गुजर जायेगा Status
- दो लाइन शायरी वक्त Sad
- वक्त बदलेगा शायरी Attitude
- And much more.
Waqt Shayari
वक्त Shayari समय की अनिश्चितता को दर्शाती है। इन शायरी में आप हर पल की नाजुकता और हर सेकंड की कदर को महसूस कर सकते हैं।
कोई ठहरता नहीं यूँ तो वक़्त के आगे
मगर वो ज़ख़्म कि जिस का निशाँ नहीं जाता
Koi thehrata nahi yoon to waqt ke aage
Magar wo zakhm ki jis ka nishaan nahi jaata
अख़्तर’ गुज़रते लम्हों की आहट पे यूँ न चौंक
इस मातमी जुलूस में इक ज़िंदगी भी है
Akhter’ guzarte lamhon ki aahat pe yun na chaunk
Is maatmi julus mein ik zindagi bhi hai
वो जो बदलने का बहुत शौक रखते थे,
आखिरी वक्त न कह पाये कफ़न ठीक नहीं !
Wo jo badalne ka bahut shauk rakhte the,
Aakhri waqt na keh paaye kafan theek nahi!
बुरा वक्त तो सबका आता है।
कोई बिखर जाता है, तो कोई निखर जाता है।
Bura waqt to sabka aata hai.
Koi bikhar jaata hai, to koi nikhar jaata hai.
वक्त दिखाई नहीं देता है,
पर बहुत कुछ दिखा जाता है !
Waqt dikhai nahi deta hai,
Par bahut kuch dikha jaata hai !
- Best Collection of Dhokha Shayari in Hindi and English.
Rishte Waqt Shayari
ये वक़्त नूर को बेनूर कर देता है
छोटे से ज़ख्म को नासूर कर देता है
Yeh waqt noor ko benoor kar deta hai
Chhote se zakhm ko nasoor kar deta hai
शायद यह वक़्त हमसे कोई चाल चल गया,
रिश्ता वफ़ा का और ही रंगों में ढ़ल गया।
Shaayad yah waqt humse koi chaal chal gaya,
Rishta wafa ka aur hi rangon mein dhal gaya.
अच्छी खासी जिंदगी चल रही थी बेफिक्री में
फिर वक्त ने साजिश की
और एहसासों की बारिश की..!!
Acchi khaasi zindagi chal rahi thi befikri mein
Phir waqt ne saazish ki
Aur ehsaason ki barish ki..!!
वक़्त बदलने से उतनी तकलीफ नहीं होती।
जितनी अपनों के बदल जाने से होती है।।
Waqt badalne se utni takleef nahi hoti.
Jitni apnon ke badal jaane se hoti hai.
वक्त नहीं लगता दिल को दिल तक आने में
पर सदियों लग जाती हैं एक रिश्ता भूलने में
Waqt nahi lagta dil ko dil tak aane mein.
Par sadiyon lag jaati hain ek rishta bhoolne mein.
Bura Waqt Shayari
वक्त और हालात शायरी 2 लाइन समय और परिस्थितियों के संबंध को केवल दो पंक्तियों में दर्शाती है। ये संक्षिप्त शायरी हमें याद दिलाती है कि बदलाव और स्थिरता दोनों जीवन का हिस्सा
कभी वक्त मिला तो जुल्फें तेरी सुलझा दूंगा
आज खुद उलझा हूं, वक्त को सुलझाने में
Kabhi waqt mila to zulfen teri suljha dunga.
Aaj khud uljha hun, waqt ko suljhane mein.
ए वक्त जरा संभल के चल,
कुछ लोगों का कहना है, तू बहुत बुरा है।
Ae waqt zara sambhal ke chal,
Kuch logon ka kehna hai, tu bahut bura hai.
हम एक शहर में थे इक नदी की दूरी पर
और उस नदी में कोई और वक़्त बहता था
Hum ek shahar mein the ek nadi ki doori par
Aur us nadi mein koi aur waqt behta tha
वक्त की धुंध में छुप जाते हैं कई ताल्लुक,
बहुत दिनों तक किसी की आँख से ओझल ना रहिये।।
Waqt ki dhundh mein chhup jaate hain kai taalluq,
Bahut dinon tak kisi ki aankh se ojhal na rahiye.
कौन चाहता है अपनों से दूर रहना
पर वक्त सबको मजबूर कर देता है
Kaun chahta hai apnon se door rehna
Par waqt sabko majboor kar deta hai
Zindagi Waqt Shayari
जिंदगी वक्त शायरी जिंदगी और वक्त के मोड़ को खो देती है। ये शायरी इस बात पर प्रकाश डालती है कि समय कैसे हमारे दोस्तों और जिंदगी के पलों को आकार देता है।
किसी के सपने किसी का प्यार पूरा न हो,
इंसान का वक़्त इतना भी बुरा न हो !!
Kisi ke sapne kisi ka pyar poora na ho,
Insaan ka waqt itna bhi bura na ho !!
दिल खोल कर हंसना तो मैं भी चाहता था
जिम्मेदारियों के बीच कभी वक्त नहीं मिला
Dil khol kar hansna to main bhi chahta tha.
Jimmedariyon ke beech kabhi waqt nahi mila.
कल हम आईने में रुख़ की झुर्रियाँ देखा किए
कारवान-ए-उम्र-ए-रफ़्ता का निशाँ देखा किए
Kal hum aayine mein rukh ki jhurriyan dekha kiye
Karwan-e-umr-e-rafta ka nishaan dekha kiye
कैसे मानूँ कि ज़माने की ख़बर रखती है
गर्दिश-ए-वक़्त तो बस मुझ पे नज़र रखती है
Kaise maanun ki zamaane ki khabar rakhti hai
Gardish-e-waqt to bas mujh pe nazar rakhti hai
काम यह वक्त का है कि जख्म भरा करें
और अगर वक्त ही जख्म हो
तो भला हम क्या करें..!!
Kaam yeh waqt ka hai ki zakhm bhara karein
Aur agar waqt hi zakhm ho
To bhala hum kya karein..!!
Waqt Gulzar Shayari
Waqt Shayari by Gulzar गुलजार की समय पर गहरी और भावुक शायरी को दर्शाती है। उनकी पंक्तियाँ इस बात को प्रकट करती हैं कि समय हमारे जीवन को कैसे प्रभावित करता है।
कोई चादर वफ़ा नहीं करती
वक़्त जब खींच-तान करता है
Koi chaadar wafa nahi karti
Waqt jab kheench-taan karta hai
दौलत नहीं, शोहरत नहीं, न वाह चाहिए
“कैसे हो?” बस दो लफ़्ज़ों की परवाह चाहिए
Daulat nahi, shohrat nahi, na waah chahiye
“Kaise ho?” bas do lafzon ki parwaah chahiye
शायद आया था वो ख़्वाबों से दबे पाँव ही
और जब आया ख़यालों को भी एहसास न था
Shayad aaya tha wo khwabon se dabbe paon hi
Aur jab aaya khayalon ko bhi ehsaas na tha
कभी जिंदगी एक पल में गुजर जाती है
कभी जिंदगी का एक पल नहीं गुजरता
Kabhi zindagi ek pal mein guzar jaati hai
Kabhi zindagi ka ek pal nahi guzarta
पूरे की ख्वाहिश में ये इंसान बहुत कुछ खोता है,
भूल जाता है कि आधा चांद भी खूबसूरत होता है।
Poore ki khwahish mein ye insaan bahut kuch khota hai,
Bhul jaata hai ki aadha chaand bhi khoobsurat hota hai.
Waqt Waqt Ki Baat Hai Shayari
वक्त शायरी इन हिंदी 2 लाइन समय की गहराइयों को हिंदी में संक्षिप्त और प्रभावशाली पंक्तियों के माध्यम से व्यक्त करती है। यह दर्शाती है कि समय हमारे जीवन और पलों को कैसे प्रभावित करता है।
वक्त वक्त की बात है, कल एक दूसरे से अनजान
आज एक दूसरे की जान है..!!
Waqt waqt ki baat hai, kal ek doosre se anjaan
Aaj ek doosre ki jaan hai..!!
वक्त जब करवट लेता है तो,
सल्तनत से शहजादे भी उठा लिए जाते हैं।
Waqt jab karwat leta hai to,
Saltanat se shehzade bhi utha liye jaate hain.
वक़्त अजीब चीज़ है, वक़्त के साथ ढल गए
तुम भी बहुत करीब थे, अब बहुत बदल गए !
Waqt ajeeb cheez hai, waqt ke saath dhal gaye
Tum bhi bahut kareeb the, ab bahut badal gaye !
मैं तो वक्त से हार कर सर झुकाए खड़ा था,
सामने खड़े लोग ख़ुद को बादशाह समझने लगे
Main to waqt se haar kar sar jhukaaye khada tha,
Saamne khade log khud ko badshah samajhne lage.
आँखों में यूँ समंदर लिए किनारे की तलाश में हूँ
इस वक्त को वक्त देकर वक्त पाने की आस में हूँ
Aankhon mein yun samandar liye kinare ki talash mein hoon
Is waqt ko waqt dekar waqt paane ki aas mein hoon
Love Waqt Shayari
दो लाइन शायरी वक्त love समय और प्रेम को केवल दो पंक्तियों में खूबसूरती से जोड़ती है। ये शायरी दर्शाती है कि प्रेम समय के साथ भी कायम रहता है।
वो वक्त सी थी जो गुजर गई
और मैं यादों सा था जो ठहर गया !
Wo waqt si thi jo guzhar gayi
Aur main yaadon sa tha jo thehr gaya !
- Our best and trending collection of Khamoshi Shayari in Hindi
तेरे हामी हैं सो उठ कर भी नहीं जा सकते
जाने किस वक़्त यहाँ राय-शुमारी हो जाए
Tere haami hain so uth kar bhi nahi ja sakte
Jaane kis waqt yahaan raay-shumaari ho jaaye
जैसे तुमने वक़्त को हाथ में रोका हो
सच तो ये है तुम आँखों का धोख़ा हो
Jaise tumne waqt ko haath mein roka ho
Sach to yeh hai tum aankhon ka dhoka ho
शोरिश-ए-वक़्त हुई वक़्त की रफ़्तार में गुम
दिन गुज़रते हैं तिरे ख़्वाब के आसार में गुम
Shoresh-e-waqt hui waqt ki raftaar mein gum
Din guzarte hain tire khwab ke aasaar mein gum
Waqt Shayari in English
दो लाइन शायरी वक्त in english समय की क्षणिकता को केवल दो पंक्तियों में व्यक्त करती है। यह दर्शाती है कि समय हमारे पलों को कैसे प्रभावित करता है और हमारे अनुभवों को आकार देता है।
Kis tarah umr ko jaate dekhoon
Waqt ko aankhon se ojhal kar de
Ye rakh-rakhav kabhi khatam hone wala nahi
Bichadte waqt bhi tujhe gulab doonga main
Siyah raat nahi leti naam dhalne ka
Yahi to waqt hai sooraj tire nikalne ka
Yah khoobsurat raaste aaj bhi tanha hain
Hamare saath-saath inhe bhi hai
Intezaar tumhara..!!
Bura waqt tajurba to deta hai,
Magar masoomiyat chin leta hai
Itne dard ke baad bhi muskuraha raha hoon.
Ai zindagi dekh, tujhe kaise hara raha hoon.
Bura Waqt Shayari 2 Lines
Bura Waqt Shayari 2 Lines कठिन समय की गहराइयों को केवल दो पंक्तियों में व्यक्त करती है। यह दर्शाती है कि कठिन दौर दुख ला सकते हैं, लेकिन साथ ही हमें सहनशीलता भी सिखाते हैं। वक्त शायरी इन हिंदी 2 लाइन समय की प्रकृति को दो साधारण पंक्तियों में व्यक्त करती है। यह दर्शाती है कि समय कैसे सब कुछ बदलता है और हमारे जीवन को गहराई से प्रभावित करता है।
वक्त सबको मिलता हैं जिन्दगी बदलने के लिए,
पर जिन्दगी दुबारा नही मिलती वक्त बदलने के लिए
Waqt sabko milta hai zindagi badalne ke liye,
Par zindagi dubara nahi milti waqt badalne ke liye
वक़्त हर ज़ख़्म का मरहम तो नहीं बन सकता
दर्द कुछ होते हैं ता-उम्र रुलाने वाले
Waqt har zakhm ka marham to nahi ban sakta
Dard kuch hote hain ta-umr rulaane wal
इस वक्त ने बना रखा है यह तमाशा हमारा
की कोई भी अपना नहीं पूछता
क्या हाल है तुम्हारा..!!
Is waqt ne bana rakha hai yeh tamasha hamara
Ki koi bhi apna nahi poochhta
Kya haal hai tumhara..!!
ज़रा सा वक़्त जो बदला तो हम पे हँसने लगे
हमारे काँधे पे सर रख के रोने वाले लोग
Zara sa waqt jo badla to hum pe hansne lage
Hamare kandhe pe sar rakh ke rone wale log
कितना भी पकड़ो फिसलता जरूर है
यह वक्त है साहब, बदलता जरूर है
Kitna bhi pakdo fissalता zaroor hai
Yeh waqt hai sahab, badalta zaroor hai
Waqt Sad Shayari
वक्त पर शायरी Sad समय के साथ आने वाले दुख को दर्शाती है। ये शायरी इस बात को व्यक्त करती है कि समय कैसे दुःख और तड़प लेकर आता है।
वक़्त रेहता नहीं कहीं टिक कर
आदत इसकी भी आदमी सी है |
Waqt rehta nahi kahin tik kar
Aadat iski bhi aadmi si hai!
- Our new collection of Sad Shayari in Hindi
बेकार गया बन में सोना मिरा सदियों का
इस शहर में तो अब तक सिक्का भी नहीं बदला
Bekaar gaya ban mein sona mira sadiyon ka
Is shahar mein to ab tak sikka bhi nahi badla
जो ज़रा ठीक से किरदार निगारी हो जाए
ये कहानी तो हक़ीक़त पे भी तारी हो जाए
Jo zara theek se kirdaar nigari ho jaaye
Yeh kahani to haqeeqat pe bhi taari ho jaaye
वक्त रहते अगर बात हो जाती,
तो शायद बात ज्यादा नहीं बिगड़ पाती !
Waqt rahte agar baat ho jaati,
To shayad baat zyada nahi bigad paati!
जनम दिन पर घड़ी दी थी उन्होंने
हमें उम्मीद थी वो वक़्त देंगे
Janam din par ghadi di thi unhone
Humein ummeed thi wo waqt denge
वक़्त की वहशी हवा क्या क्या उड़ा कर ले गई
ये भी क्या कम है कि कुछ उस की कमी मौजूद है
Waqt ki wahshi hawa kya kya uda kar le gayi
Ye bhi kya kam hai ki kuch uski kami maujood hai
Waqt Shayari Attitude
वक्त बदलेगा शायरी Attitude बदलते समय के प्रति आत्मविश्वास को व्यक्त करती है। ये पंक्तियाँ इस बात पर जोर देती हैं कि भले ही वर्तमान कठिन हो, समय अंततः बदलाव लाएगा।
वक़्त का पत्थर भारी होता जाता है
हम मिट्टी की सूरत देते जाते हैं
Waqt ka patthar bhaari hota jaata hai
Hum mitti ki soorat dete jaate hain
समय सीमित है समय बलवान है
जो चला समय के साथ उसकी
अलग पहचान है..!!
Samay seemit hai samay balwaan hai
Jo chala samay ke saath uski
Alag pehchaan hai..!!
जो वक्त के साथ नहीं बदलता
वक्त उसे बदल देता है
Jo waqt ke saath nahi badalta
Waqt use badal deta hai
औरों की मर्जी से कभी जिया नहीं करते
हम वक्त पर अफसोस किया नहीं करते
Auron ki marzi se kabhi jiyaa nahi karte.
Hum waqt par afsos kiya nahi karte.
वक़्त पूजेगा हमें वक़्त हमें ढूँडेगा
और तुम वक़्त के हम-राह चलोगे यारो
Waqt poojega humein waqt humein dhoondega
Aur tum waqt ke hum-raah chaloge yaar
Mushkil Waqt Shayari
वक़्त शायरी 2 लाइन समय की गहराइयों को केवल दो पंक्तियों में व्यक्त करती है। ये संक्षिप्त शायरी दर्शाती है कि समय कैसे हमारे जीवन और भावनाओं को आकार देता है।
वक़्त के साथ वक़्त से ही लड़ रहें हैं,
वक़्त के ही खेल में वक़्त से आगे निकल रहें हैं !
Waqt ke saath waqt se hi lad rahe hain,
Waqt ke hi khel mein waqt se aage nikal rahe hain !
वो भी आख़िर तिरी तारीफ़ में ही ख़र्च हुआ
मैं ने जो वक़्त निकाला था शिकायत के लिए
Wo bhi aakhir tiri tareef mein hi kharch hua
Main ne jo waqt nikaala tha shikayat ke liye
वक्त बुरा था हालात भी बुरे कर गया
उम्मीद टूटी दिल टूटा
और साथ भरोसा भी मर गया..!!
Waqt bura tha haalaat bhi bure kar gaya
Umeed tooti dil toota
Aur saath bharosa bhi mar gaya..!!
कौन कहता है कि वक्त बहुत तेज गुजरता है।
कभी किसी का इंतजार करके तो देखो।।
Kaun kehta hai ki waqt bahut tez guzarta hai.
Kabhi kisi ka intezaar karke to dekho.
वक़्त की मौज हमें पार लगाती कैसे
हम ने ही जिस्म से बाँधे हुए पत्थर थे बहुत
Waqt ki mauj hume paar lagati kaise
Hum ne hi jisam se baandhe hue patthar the bahut
Waqt Badla Shayari
Waqt Badla Shayari समय के बदलाव को दर्शाती है। ये शायरी इस बात को व्यक्त करती है कि समय के बदलाव से हमारे जीवन और अनुभव कैसे बदल सकते हैं।
वो वक़्त भी बहुत खास होता है।
जब सर पर माता-पिता का हाथ होता है।।
Wo waqt bhi bahut khaas hota hai.
Jab sar par mata-pita ka haath hota hai.
ऐ बुरे वक्त, जरा अदब से पेश आ,
वक्त नहीं लगता वक्त बदलने में !
Ae bure waqt, zara adab se pesh aa,
Waqt nahi lagta waqt badalne mein!
कभी खिलाफ़ तो कभी साथ होता है,
इंसान की बर्बादी में वक़्त का भी हाथ होता है !!
Kabhi khilaaf to kabhi saath hota hai,
Insaan ki barbadi mein waqt ka bhi haath hota hai !!
वक़्त जब करवटें बदलता है
फ़ित्ना-ए-हश्र साथ चलता है
Waqt jab karwatain badalta hai
Fitna-e-hashr saath chalta hai
वक़्त देता था वो मिलने का तभी रखी थी
दोस्त, इक दौर था मैंने भी घड़ी रखी थी
Waqt deta tha wo milne ka tabhi rakhi thi Dost,
ik daur tha maine bhi ghadi rakhi thi
Do Waqt Ki Roti Shayari
Do Waqt Ki Roti Shayari दो वक्त की रोटी के साधारण लेकिन गहरे अर्थ को दर्शाती है। ये पंक्तियाँ उन संघर्षों और संतोष को उजागर करती हैं जो बेसिक भोजन के साथ आते हैं
छोटी सी उम्र में बड़े तजुर्बे करवा दिए,
पेट की भूख ने सैकड़ों हुनर सिखा दिए…
Choti si umr mein bade tajurbe karwa diye,
Pet ki bhookh ne saikron hunar sikha diye…
हमें क्या चाहिये इस ज़माने से
बस दो वक़्त की रोटी दिला दो,
खा लेंगे मोहब्बत से,
Humein kya chahiye is zamaane se
Bas do waqt ki roti dila do,
Kha lenge mohabbat se,
भूख से बड़ा मजहब और रोटी
से बड़ा ईश्वर कोई हो तो
बता देना मुझे भी धर्म बदलना है
Bhookh se bada mazhab aur roti se bada Ishwar koi ho to
Bata dena mujhe bhi dharm badalna hai
हराम की रोटी किसी को डरती नहीं और
मेहनत की रोटी कभी रुकती नहीं…
Haraam ki roti kisi ko dartti nahi aur
Mehnat ki roti kabhi rukti nahi…
मैं कई दफा चूल्हे के
आगे से भूखा उठा हूँ,
ऐ रोटी अपना पता बता मुझे,
जहाँ तू बर्बाद होती है…
Main kai dafaa chulhe ke
Aage se bhookha utha hoon,
Ai roti apna pata bata mujhe,
Jahan tu barbaad hoti hai…
Waqt Badalta Hai Shayari
Waqt Badalta Hai Shayari यह विचार करती है कि समय बदलाव लाता है। ये पंक्तियाँ दर्शाती हैं कि परिस्थितियाँ कैसे बदलती हैं और समय हमारे वास्तविकताओं और दृष्टिकोणों को कैसे बदल सकता है।
आने में थोड़ा वक्त जरूर लगता है,
पर वक्त सबका आता है !
Aane mein thoda waqt zaroor lagta hai,
Par waqt sabka aata hai !
ना उसे होश है मेरी ना कोई खबर है
एक दिन वक्त बताएगा तुझे मेरी क्या कदर है !
Na use hosh hai meri na koi khabar hai
Ek din waqt batayega tujhe meri kya kadar hai !
डर नहीं लगता मुझे इस रात के अंधेरे से,
ये तो वक़्त की पाबंद है, ढल ही जाएगी !!
Dar nahi lagta mujhe is raat ke andhere se,
Yeh to waqt ki paband hai, dhal hi jaayegi !!
आज तेरा वक्त है, तो कल मेरा भी होगा।
ग़र अभी है शाम, तो कल सबेरा भी होगा।।
Aaj tera waqt hai, to kal mera bhi hoga.
Gar abhi hai shaam, to kal subera bhi hoga.
वक्त ने थोड़ा सा साथ नहीं दिया तो लोगो ने,
काबिलियत पर शक करना शुरू कर दिया।
Waqt ne thoda sa saath nahi diya to logon ne,
Kabiliyat par shak karna shuru kar diy
Waqt Sabka Aata Hai Shayari
Waqt Sabka Aata Hai Shayari यह दर्शाती है कि हर किसी को समय के चुनौतीपूर्ण और सुखद पहलुओं का सामना करना पड़ता है। ये पंक्तियाँ याद दिलाती हैं कि समय सभी को छूता है, सुख और दुख दोनों लाता है।
वक़्त ने किस आग में इतना जलाया है मुझे
जिस क़दर रौशन था मैं उस से सिवा रौशन हुआ
Waqt ne kis aag mein itna jalaya hai mujhe
Jis qadar raushan tha main us se siwa raushan hua
तुझे वक्त के साथ तो चलना पड़ेगा।
जो बदलेगा रूट तो बदलना पड़ेगा।।
Tujhe waqt ke saath to chalna padega.
Jo badlega root to badalna padega.
तुम्हारा किया तुम्हें जरूर बतलाता है।
समय आइना जरूर दिखलाता है।।
Tumhara kiya tumhe zaroor batlata hai.
Samay aaina zaroor dikhlaata hai.
वक़्त की गर्दिशों का ग़म न करो
हौसले मुश्किलों में पलते हैं
Waqt ki gardishon ka gham na karo
Hausle mushkilon mein palte hain
अभी तो थोड़ा वक्त है, उनको आजमाने दो।
रो-रोकर पुकारेंगे वो, हमारा वक्त तो आने दो।।
Abhi to thoda waqt hai, unko aazmane do.
Ro-rokar pukaarenge wo, hamara waqt to aane do.
Bita Hua Waqt Shayari
समय खराब है स्टेटस मुश्किल या कठिन समय की स्थिति को दर्शाता है। यह स्टेटस जीवन के कठिन दौर का सामना करने और संघर्षों को स्वीकार करने की भावना को व्यक्त करता है।
वक़्त करता है परवरिश बरसों
हादिसा एक दम नहीं होता
Waqt karta hai parwarish barson
Hadisa ek dam nahi hota
देखे हैं मैंने तुम्हारी तरकस के सब तीर
मैं तुम्हारे हर एक पैंतरे
से वाकिफ हूं..!!
Dekhe hain maine tumhari tarkas ke sab teer
Main tumhare har ek paintre
se waaqif hoon..!!
कुछ इस तरह से सौदा किया मुझसे मेरे वक़्त ने
तजुर्बे देकर वो मुझ से मेरी नादानियां ले गया
Kuch is tarah se sauda kiya mujhse mere waqt ne
Tajurbe dekar wo mujh se meri nadaniyaan le gaya
सुनो हर-वक़्त इतना याद भी मत कीजिए हमको
कहीं ऐसा न हो की हिचकियों में जाँ निकल जाए
Suno har-waqt itna yaad bhi mat kijiye humko
Kahin aisa na ho ki hichkiyon mein jaan nikal jaye
और क्या चाहती है गर्दिश-ए-अय्याम कि हम
अपना घर भूल गए उनकी गली भूल गए
Aur kya chahti hai gardish-e-ayyam ki hum
Apna ghar bhool gaye unki gali bhool gaye
अपनों ने धोखा दिया तो अजनबियों से वास्ता जुड़ गया है,
वक़्त की खबर न थी बस जो था वही मुकद्दर बन गया है !
Apno ne dhokha diya to ajnabiyon se vasta jud gaya hai,
Waqt ki khabar na thi bas jo tha wahi mukaddar ban gaya hai!
Waqt Na Dena Shayari
Waqt Na Dena Shayari उस भावना को व्यक्त करती है जब समय नहीं दिया जाता। ये पंक्तियाँ दर्शाती हैं कि रिश्तों या पलों में समय और ध्यान न देने का असर क्या हो सकता है।
साल के आख़िरी दिन उसने दिया वक़्त हमें
अब तो ये साल कई साल नहीं गुज़रेगा
Saal ke aakhiri din usne diya waqt hume
Ab to ye saal kai saal nahi guzrega
वक्त की चिंता कुछ चुनिंदा लोग ही करते हैं
निंदा करने वाले वक्त की कीमत नहीं जानते !
Waqt ki chinta kuch chuninda log hi karte hain
Ninda karne wale waqt ki keemat nahi jaante!
वक्त और इंसान, कब बदल जाए
पता ही नहीं चलता !
Waqt aur insaan, kab badal jaaye
Pata hi nahi chalta !
कभी-कभी समय आने में इतना समय लग जाता है,
की इंतजार करने वाले के पास और समय नहीं बचता !
Kabhi-kabhi samay aane mein itna samay lag jaata hai,
Ki intezaar karne wale ke paas aur samay nahi bachta !
वक्त समुंदर में गिरा हुआ वह मोती है
जिसका दोबारा मिलना
नामुमकिन है..!!
Waqt samundar mein gira hua wah moti hai
Jiska dobara milna
Naamumkin hai..!!
Waqt Nahi Hai Shayari
Waqt Nahi Hai Shayari समय की कमी की भावना को व्यक्त करती है। ये पंक्तियाँ उस तनाव और तात्कालिकता को दर्शाती हैं जब समय की कमी होती है और प्राथमिकताएँ दबाव डालती हैं।
सुब्ह होती है शाम होती है
उम्र यूँही तमाम होती है
Subah hoti hai shaam hoti hai
Umr yunhi tamaam hoti hai
सदा ऐश दौराँ दिखाता नहीं
गया वक़्त फिर हाथ आता नहीं
Sada aish-e-dauran dikhata nahi
Gaya waqt phir haath aata nahi
वक्त का खास होना जरूरी नहीं,
खास लोगों के लिए वक्त होना जरूरी है !
Waqt ka khaas hona zaroori nahi,
Khaas logon ke liye waqt hona zaroori hai !
समय सब के पास है लेकिन हमेशा के लिए नहीं
जो चाहे कर लो आज में ही, कल का भरोसा नहीं।
Samay sab ke paas hai lekin hamesha ke liye nahi
Jo chahe kar lo aaj mein hi, kal ka bharosa nahi.
ये ना-गुज़ीर है उम्मीद की नुमू के लिए
गुज़रता वक़्त कहीं थम गया तो क्या होगा?
Yeh na-guzeer hai ummeed ki numu ke liye
Guzarta waqt kahin tham gaya to kya hoga?
Frequantly Asked Questions
Final Words
दोस्तों, Waqt Shayari कविता का एक सुंदर और कालातीत रूप है जो समय के सार को उसके सभी पहलुओं में समेटे हुए है। यह हमें अपने जीवन पर चिंतन करने, अपनी खुशियों का जश्न मनाने और अपने दुखों में सांत्वना पाने का मौका देता है। चाहे आप पाठक हों या कवि, वक्त शायरी समय के सार्वभौमिक अनुभव से एक अनूठा और गहरा व्यक्तिगत संबंध प्रदान करती है।
तो, एक पल लें, खुद को छंदों में डुबो दें, और वक्त शायरी के जादू को जीवन की टेपेस्ट्री में ले जाने दें।
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Deepika Writes
Priya Writes is the creative voice behind BestHindiShayari.net. With a deep love for words and a passion for Hindi literature, Priya shares heartfelt Shayari that resonates with readers and brings emotions to life.